रतनपुरी
रतनपुरी, अयोध्या-लखनऊ नेशनल हाईवे पर है, जो रोहनी के पास अयोध्या के पश्चिम में 24 किमी पर स्थित है। यह भगवान धर्मनाथ के जन्मस्थल है और यहां उनका पवित्र कुंज भी स्थित है।
स्वर्गद्वार
स्वर्गद्वार, अयोध्या में एक स्थान जहां अभी भी प्रथम तीर्थांकर, भगवान वृषभनाथ के पवित्र भाव और यादें बरकरार हैं। जैसा की महापुराण में बताया गया है। इन्हे आदिनाथ, पुरदेव एवं आदि-ब्रह्मा के रूप में भी जाना जाता है। भगवान वृषभनाथ का मंदिर सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
बकसरिया टोला
बकसरिया टोला, भगवान अजीतनाथ का जन्मस्थल, जो अयोध्या में स्थित है और बेगमपुरा के नाम से भी जाना जाता है। यहां एक मंदिर भी है जो इन्ही के नाम पर “अजीतनाथ की टोक” स्थित है। यह मंदिर भी सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
रामकोट मोहल्ला,
रामकोट मोहल्ला, अयोध्या में यह स्थान भगवान अभिनन्दन नाथ का जन्मस्थल है। यहां पर एक मंदिर भी स्थित है, जो इन्हे समर्पित है। यह मंदिर सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है।
मोहल्ला-मोन्धिआना राजघाट
मोहल्ला-मोन्धिआना राजघाट, अयोध्या का यह स्थान भगवान सुमतिनाथ को समर्पित है। यहां एक मंदिर है जो भगवान सुमतिनाथ को समर्पित है। यह मंदिर सुबह 7 बजे से शाम 8 बजे तक खुला रहता है। यह भगवान अनंतनाथ का जन्मस्थान भी है। मंदिर के खुलने का समय सुबह 7 बजे से 8 बजे तक है।
रायगंज,
रायगंज, दिगम्बर जैन मंदिर और यहां स्थित 21 फीट ऊंची भगवान वृषभदेव की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। अयोध्या विभिन्न धर्मों, नीतिशास्त्र और संस्कृतियों के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसी एक वजह से यह पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध स्थल है। साथ ही यहां प्रत्येक पर्यटक के लिए उनके बजट एवं रुझान के अनुसार बेहतर सुविधा भी उपलब्ध है। जैन धर्मशाला, जानकी महल ट्रस्ट, कनक भवन धर्मशाला आदि में सुविधाजनक रहने की व्यवस्था भी उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त, पर्यटक साकेत टूरिस्ट बंगला पर आरामदायक एवं लागत प्रभावी रहने की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं, जो उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा संचालित है।
अयोध्या पहुंचने के लिए विभिन्न परिवहन के साधन भी उपलब्ध है। अयोध्या के नजदीकि एयरपोर्ट अमौसी एयरपोर्ट (लखनऊ-42 किमी) और बाबतपुर एयरपोर्ट (वाराणसी-200 किमी) है। अयोध्या अन्य नगरों, शहरों और प्रदेशों से रेल और बस सेवा के माध्यम से भी जुड़ा हुआ है।