• आगरा-फतेहपुर सीकरी

आगरा-फतेहपुर सीकरी

Rumi Darwaza

आगरा यानी ताज नगरी, प्राचीन काल में मुग़ल सल्तनत की राजधानी हुआ करता था। इस शहर को भगवान श्रीकृष्ण की पौराणिक ब्रज नगरी का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है।

आगरा को ताज की नगरी के रूप में एक अमर स्थान प्राप्त है, लेकिन यहां आने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि आगरा में ताज महल के अतिरिक्त और भी कई आकर्षण के केंद्र है। यह शहर अतीत से जुड़ी जानकारियों का भंडार है और यहां इतिहास के स्वर्णिम दौर की झलक आज भी दिखती है। महान ग्रन्थ महाभारत में आगरा के क्षेत्र को ‘अग्रबाण’ (ब्रजभूमि या भगवान श्री कृष्ण के जीवन स्थान से जुड़ा स्थल) कहा गया है। भारतीय इतिहास के आगे के पन्नो में आगरा की स्थापना के सम्बन्ध में वर्ष 1475 में राजा बादल सिंह का उल्लेख मिलता है।

ास्तव में, अफगान शासक सिकंदर लोधी के काल में आगरा को प्रतिष्ठा मिली जब लोधी ने इसे अपने साम्राज्य की राजधानी बनाया। इसके बाद वर्ष 1526 ईसवी में मुग़ल शासक बाबर ने आगरा को अनूठी पहचान और सुन्दरता दिलाई। बाबर ने आगरा के निवासियों के जीवन में संस्कृति और जीवन शैली का एक नया अध्याय शुरू किया, जिसके बाद उस समय के सर्वश्रेष्ठ कारीगर, कलाकार, विद्वान, सैनिक, जमींदार और अन्य प्रतिभाशाली व्यक्तियों को उभरने का मौका मिला। यह तत्कालीन भारत के लिए बड़ा परिवर्तनशील समय था और इसके बाद आगरा के इतिहास का स्वर्णिम काल शुरू हुआ।

इसके बाद कई सौ वर्षों तक आगरा में तीन बड़े मुग़ल शासकों – अकबर, जहाँगीर और शाहजहाँ – की शान और शौकत की कहानियां लिखीं गयीं, और इन तीनो शासकों ने आगरा को खूबसूरत बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इस शहर के प्रति उनके लगाव और मेहनत के कारण ही आगरा उस समय की कला, ज्ञान, संस्कृति और व्यापार का प्रमुख केंद्र बन गया था।

आगरा के अतीत का एक बहुत बड़ा हिस्सा आज भी वैसे ही देखा जा सकता है। चाहे वो स्मारकों और मकबरों के भीतर की अनुभूति हो, या विशाल इमारतों की भव्यता, या यहां की कला और संस्कृति के उदहारण, या यहां के लजीज पकवान, हर ओर एक स्वर्णिम अतीत की झलक जरूर दिख जाती है। पुराने आगरा की गलियों में आज भी इतिहास की गूँज सुनाई दे जाती है, जो यहां आने वाले पर्यटक के मन में यहां से जाने के बाद भी लम्बे समय तक याद रहती है। आज यहां पुरानी विरासत के साथ साथ आधुनिक सुख सुविधाओं के सभी साधन मौजूद है, जैसे आरामदायक होटल, बाजार, मॉल, यातायात की सुविधा, मनोरंजन, व्यापार, क्रीडा, शिक्षा, कला संग्रहण आदि।

यमुना नदी आगरा से होकर बहती है तथा यह प्राचीन हेरिटेज आर्क की यात्रा प्रारंभ करने के लिए उत्तम स्थान है।

ताजमहल संगमरमर का एक शुभ्र स्मारक है, यह एक महान सम्राट की कल्पना है जिसने विश्व को एक शाश्वत प्रेम का प्रतीक प्रदान किया।

लेन्स के माध्यम से जानें आगरा-फतेहपुर सीकरी को

भव्य आगरा

जानिए अद्वितीय ताज को, ऐतिहासिक इत्माद-उद-दौला के मकबरे को, लाल किले की रॉयलटी को, जानिए अविस्मरणीय सिकरी को, आलीशान सिकन्दरा को एवं शिल्प की अद्भुत कला को और करिए असली आगरा के दर्शन ……

आगरा के बारे में

ताजमहल आगंतुकों को एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है यहाँ के अनूठे वास्तुकला, पत्थर के काम, जड़ाऊ काम, संगमरमर के काम, लकड़ी की नक्काशी आदि कार्यों को करीब से जानने का।

  • अमर प्रेम का प्रतिनिधित्व करते इस आलीशान शाही स्मारक का ना भूलने वाला अनुभव आपको यहां बार-बार आने को प्रेरित करेगा।
  • आगरा के किले और फतेहपुर सीकरी की वास्तुकला को देख आप स्तब्ध रह जाएंगे, यह दोनों ही विश्व संरक्षित इमारतें है।
  • यहाँ के बाग़-बगीचों तथा उन गलियो की यादगार सैर करिये जहाँ कला और शिल्प के गुलज़ार बाज़ारों के रूप में स्थापित हैं।
  • आगरा के अविस्मरणीय स्मारक और इमारतों के साथ यहां का बेहतरीन आतिथ्य सत्कार, कला के उत्कृष्ट नमूने और लज़्ज़तदार खाना, इस शहर की यात्रा को यादगार बनाता है ।
  • नई दिल्ली से कुछ ही दूरी पर स्थित आगरा की यात्रा उन पर्यटकों के लिए आवश्यक है जो इतिहास के गलियारों में झाकने की इच्छा रखते है ।

हेरिटेज आर्क के आस-पास

इटावा

  • कुछ ही दूर स्थित हरियाली से भरपूर प्रकृति का यह नायाब तोहफा, उत्तर भारत का पहला लायन सफारी इटावा में स्थित है।
  • चम्बल नदी के किनारे बने राष्ट्रीय चम्बल अभ्यारण्य में गंगा नदी में पाई जाने वाली डॉल्फिंस और घडि़याल रहते हैं।
  • कीठम के सुर सरोवर में अप्रवासी पक्षियों का चहचहाना सारी थकान मिटाने का काम करता है।

आगरा का अवलोकन

आगरा

हवाई मार्ग से

आगरा के खेरिया एयरपोर्ट से ताजमहल 13 किमी दूर है।

रेल मार्ग से

आगरा रेल मार्ग के जरिये देश के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा है। कम दूरी की ट्रेनों समेत लंबी दूरी की ट्रेन इसे सभी मुख्य शहरों से जोड़ती है। मुख्य रेलवे स्टेशन: आगरा फोर्ट, आगरा कैंट, आगरा सिटी, राजा की मंडी, ईदगाह, यमुना ब्रिज।

सड़क मार्ग से

आगरा दिल्ली से आगरा एक्स्प्रेस वेज़ के माध्यम से तथा अन्य नगरों यथा मथुरा, चंडीगढ़, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, झांसी तथा चित्रकूट आदि से राष्ट्रीय उच्चमार्ग तथा अन्य सड़कों द्वारा भली प्रकार जुड़ा है।

प्रमुख नगरों से सड़क मार्ग से दूरी: दिल्ली से 203 किमी, खजुराहो से 393 किमी, ग्वालियर से 118 किमी, जयपुर से 237 किमी, कोलकाता से 1287 किमी, वाराणसी से 657 किमी, मसूरी से 417 किमी, मुंबई से 1204 किमी।

स्थानीय यातायात के साधन

टैक्सी:बगैर मीटर वाली एसी नॉन एसी टैक्सी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, होटल और ट्रैवल कंपनी से मिलती है।

अन्य साधन:ऑटो रिक्शा, तांगा और साइकिल रिक्शा भी मिलते है। किराये के लिए पहले से बातचीत कर लें।

Lucknow Station
Lucknow Station

फतेहपुर सीकरी

हवाई मार्ग से

आगरा खेरिया एयरपोर्ट से 40 किमी दूर

रेल मार्ग से

आगरा कैंट से 40 किमी दूर (रेल कनेक्शन के लिए आगरा देखें)

सड़क मार्ग से

फतेहपुर सीकरी, आगरा और अन्य पड़ोसी जिलों से यूपीएसआरटीसी की नियमित बस सेवाओं द्वारा जुड़ा हुआ है।

कुछ मुख्य शहरों से इसकी दूरी इस प्रकार है:

भरतपुर 25 किमी

जयपुर 200 किमी

आगरा

आगरा शहर जिला मुख्यालय होने के साथ ही आगरा डिवीज़न का डिवीज़नल मुख्यालय भी है। ताज महल के भ्रमण का समय सूर्योदय के 30 मिनट पूर्व से सूर्यास्त के 30 मिनट पूर्व तक है तथा यह शुक्रवार को बंद रहता है। आप सूर्योदय से सूर्यास्त तक आगरा के अन्य स्मारकों की यात्रा कर सकते हैं।

  • क्षेत्रफल:188.40 वर्ग किलोमीटर
  • जनसंख्या : 16,38,757 (2011 जनगणना के अनुसार)
  • समुद्र तल से ऊंचाई: 169 मीटर
  • उपयुक्त समय : अक्टूबर-मार्च
  • स्मारक का भ्रमण समय : ताहमहल सूर्योदय के 30 मिनट पूर्व खुलता है व सूर्यास्त के 30 मिनट पूर्व बंद हो जाता है । अन्य स्मारक सूर्योदय से सूर्यास्त तक खुले रहते हैं ।
  • गर्मी में पहनावा : सूती
  • जाड़े में पहनावा : ऊनी
  • भाषा :हिंदी, उर्दू और इंग्लिश
  • एसटीडी कोड:0562
Lucknow Station
Lucknow Station

फतेहपुर सीकरी

आगरा के पश्चिम में 37 किमी दूर एक खड़ी चट्टान पर स्थित फतेहपुर सीकरी चार सदी पहले अस्तित्व में आया। इसे बादशाह अकबर ने जब बनवाया था तब उनकी उम्र 28 भी नहीं थी। यह इंडो-इस्लामिक शैली का पहला नियोजित शहर है।

  • क्षेत्रफल:8 वर्ग किलोमीटर (लगभग)
  • जनसंख्या : 32,905 (2011 जनगणना के अनुसार)
  • समुद्र तल से ऊंचाई: 194 मीटर (समुद्र तल से ऊपर)
  • उपयुक्त समय: अक्टूबर से मार्च
  • गर्मी में पहनावा: सूती
  • जाड़े में पहनावा: ऊनी
  • भाषा: हिंदी, उर्दू और इंग्लिश
  • स्थानीय परिवहन: बसें, साइकिल-रिक्शा, टांगा, टैक्सी
  • एसटीडी कोड: 05613

आगरा

यात्रा एजेंट

  • यूपी टूर्स, टूरिस्ट बंगला, राजा की मंडी फ़ोन - 2850120 / 7409347000.

नोट: उपरोक्त सरकारी ट्रैवल कम्पनी के अतिरिक्त आगरा में अन्य कई निजी ट्रैवल कंपनियां भी मौजूद हैं। उन कंपनियों की जानकारी पर्यटक कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

एयरलाइन्स कार्यालय

आगरा शहर से एयरपोर्ट 6 किमी दूर है। फ़ोन - 0562-2400569 / 2400044.

संचालित टूर्स

ताजमहल, आगरा फोर्ट और फतेहपुर सीकरी के लिए यूपीएसटीडीसी शुक्रवार को छोड़ कर हर दिन सुबह 10:30 से 18:30 तक टूर्स संचालित करता है। सिर्फ फतेहपुर सीकरी के लिए हर रोज 10:15 से 15:00 टूर्स संचालित किए जाते है।

बुकिंग और रिजर्वेशन: यूपी टूर्स, राही टूरिस्ट बंगला, राजा की मंडी रेलवे स्टेशन, आगरा टूरिस्ट इंफॉर्मेशन काउंटर, आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के अलावा यूपी टूरिज्म, 64, ताज रोड, आगरा से भी सेवाएं ली जा सकती है। फ़ोन - 0562-2421204. / ऑनलाइन- www.uptourism.gov.in

मनोरंजन

कलाकृति का लाइव शो 'मोहब्बत द ताज' कलाकृति सांस्कृतिक और कन्वेंशन सेंटर में, ताज पूर्वी गेट रोड के पास।

गाइड सर्विस

सरकार द्वारा स्वीकृत गाइड्स इंडिया टूरिज्म ऑफिस, मॉल रोड, आगरा और यूपी टूरिज्म ऑफिस 64, ताज रोड 2226378 आगरा से संपर्क किया जा सकता है। या उत्तर प्रदेश पर्यटन कार्यालय -64, 2226431

Travel Desk
Travel Desk

फतेहपुर सीकरी

हवाई मार्ग से

नजदीकी एयरपोर्ट, खेरिया-आगरा-40 किमी।

रेल मार्ग से

आगरा कैंट से सुविधाजनक रेल सेवा उपलब्ध है। दूरी-40 किमी।

सड़क मार्ग से

फतेहपुर सीकरी यूपीएसआरटीसी की बस सेवाओं के जरिए आगरा और अन्य पड़ोसी शहरों से जुड़ा हुआ है। कुछ प्रमुख शहरों से इसकी दूरी इस प्रकार है: भरतपुर से 21 किमी, आगरा से 37 किमी, मथुरा से 60 किमी, वृंदावन से 75 किमी, ग्वालियर से 150 किमी, दिल्ली से 210 किमी, जयपुर से 225 किमी, झांसी से 259 किमी है।

आगरा

  • पेठा / गजक / नमकीन / दालमोठ / कबाब / कोरमा

फतेहपुर सीकरी

  • मटन बिरयानी / वेज बिरयानी / दम बिरयानी / चाट / घेवर
Lucknow Food

आगरा

आगरा संगमरमर और बेहतरीन पच्चीकारी व जड़ाऊ काम वाले शिल्प के लिए प्रसिद्ध है। मुगल शासक भी कला और शिल्प को बढ़ावा और संरक्षण देने के लिए जाने जाते थे। बेगम नूरजहां खुद दस्तकारी और शिल्पकला में गहरी रूचि रखती थीं। यही नहीं वह खुद जरी के काम की सिद्धहस्त थीं। इसके अलावा आगरा अन्य शिल्प के लिए भी विख्यात है। मसलन चमड़े के उत्पाद, पीतल के उत्पाद, कालीन, ज्वेलरी और कढ़ाई के काम के लिए भी यह जाना जाता है।

खरीदारी के मुख्य ठिकाने सदर बाजार, किनारी बाजार, राजा-की-मंडी, संजय प्लेस, फतेहाबाद रोड, मुनरो रोड, शिल्पहाट, शिल्पग्राम और पश्चिमी द्वार ताजमहल कॉम्प्लेक्स गोकुलपुरा, विभिन्न शॉपिंग मॉल।

एम्पोरिया और शॉपिंग मॉल की जानकारी पर्यटक कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।

नजदीकी टूरिस्ट इंफॉर्मेशन ऑफिस

  • यूपी गवर्नमेंट टूरिस्ट ऑफिस, 64 ताज रोड, आगरा।
  • टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर, आगरा कैंट, रेलवे स्टेशन।
  • गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ऑफिस, 191 मॉल रोड, आगरा।
  • ई-मेल - agrauptourism@gmail.com

शॉपिंग मॉल

कॉसमॉस मॉल संजय प्लेस

सोवेनियर की दुकान/h4>

यूपी टूरिज्म से अनुमोदित कई दुकानें शहर में है, जिनकी जानकारी स्थानीय टूरिज्म ऑफिस से मिल जाएगी।

Lucknow Shopping
Lucknow Shopping

फतेहपुर सीकरी

नजदीकी टूरिस्ट इंफॉर्मेशन ऑफिस:

  • यूपी गवर्नमेंट टूरिस्ट ऑफिस, 64 ताज रोड, आगरा।
  • टूरिस्ट इंफॉर्मेशन सेंटर, आगरा कैंट, रेलवे स्टेशन।
  • गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ऑफिस, 191 मॉल रोड, आगरा।

आगरा

आगरा कैलाश मेला (अगस्त-सितम्बर)

बारह किमी दूर कैलाश में भगवान शिव को समर्पित है यह मेला। माना जाता है कि भगवान शिव यहां पत्थर के लिंग के रूप में अवतरित हुए थे।

शीतला मेला (जुलाई-अगस्त)

यह दिल्ली गेट के पास आयोजित होता है।

बटेश्वर मेला

महीने भर चलने वाला यह पर्व बटेश्वर में हर साल अक्टूबर-नवंबर माह में मनाया जाता है। यह जगह आगरा से 70 किमी दूर है।
यह उत्तरी भारत का सबसे प्राचीनतम एवं विशालतम पशु मेला है।

उर्स (फतेहपुर सीकरी)

रमजान के महीने मे यह मेला शेख सलीम चिश्ती की दरगाह में मनाया जाता है।

ताज महल में प्रति वर्ष इस्लामिक माह के 25 वें, 26 वें और 27 वें दिन ‘रजब’ को शाहजहाँ का उर्स (पुण्यतिथि) मनाया जाता है। इसकी सटीक अंग्रेजी तिथि की जानकारी हेतु पर्यटक कार्यालय से सम्पर्क करें।

ताज महोत्सव

कला, शिल्प, संस्कृति और खाने-पीने के इस रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन यूपी टूरिज्म करता है। यह हर साल 18 से 27 फरवरी के बीच मनाया जाता है।

गैलरी ऑफ स्पिरिचुअल लव एंड विज़्डम (9 किमी)

ईश्वरीय प्रेम के अनुभव को बांटने के लिए इस गैलरी को ब्रह्मकुमारियों ने बनाया है। वे यहां नैतिक मूल्यों और सकारात्मक जीवन जीना सिखाती है। अपने 6000 सेवा केंद्रों द्वारा जो 90 देशों में स्थित है यह संस्था तनाव रहित जीवन और मानसिक शांति के लिए राजयोग ध्यान सिखाती है।संयुक्त राष्ट्र की इकोनोमिक और सोशल कॉउंसिल समेत यूनिसेफ ने ब्रह्मकुमारी को जनरल कंसल्टेटिव का दर्जा दिया है। यह आध्यात्मिक प्रेम और ज्ञान जागरण के लिए समर्पित है। यह गैलरी ईस्टर्न ताज रोड (पुरानी फतेहबाद रोड) पर स्थित है।यह आर्ट गैलरी सर्वोच्च शक्ति के साथ ध्यान, आत्मसंयम, स्वर्ग के मॉडल, शांति का अनुभव आदि की चित्रकला एवं मॉडल की प्रदर्शनी करती है।

समय: -सुबह 8 से शाम 8 तक